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देश में निवेश का कम होना अर्थव्यवस्था के लिए घातक

Gaurav Kumar

News Editor
Image Credit: Shortpedia

आर्थिक मंदी का असर धीरे-धीरे हर क्षेत्रों पर दिखाई दे रहा है। न तो सरकारी क्षेत्र में किसी प्रकार का कोई सार्थक निवेश हो रहा है और न ही निजी क्षेत्र में। आर्थिक सुस्ती का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 'सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी' की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2018-19 की दिसंबर तिमाही में सार्वजनिक क्षेत्र में निवेश घटकर 14 साल के निचले स्तर पर आ गया है।