किसान आंदोलन: 32 साल बाद दोहराई गई 'धारा-288', यूपी गेट पर बसा गांव
Shortpedia
Content TeamImage Credit: Shortpedia
कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने अपने आंदोलन को यूपी गेट पर गांव का रूप दे दे दिया है। साथ ही दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर वर्ष 1988 के बाद दूसरी बार अपनी धारा-288 लगाने का एलान भी किया है। इसके तहत पुलिस को किसान की हद में नहीं आने दिया जाता है। इस बीच राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने तीन दिसंबर को सरकार से वार्ता होने की बात कही।