SC की टिप्पणी: शक कितना भी पुख्ता क्यों न हो, लेकिन सबूत की जगह नहीं ले सकता
Kapil Chauhan
News EditorImage Credit: Shortpedia
जस्टिस इंदिरा बनर्जी और जस्टिस हेमंत गुप्ता की पीठ ने हत्या के मामले में आरोपियों को बरी करने के ओडिशा हाईकोर्ट के फैसले को सही ठहराया। इस दौरान कोर्ट ने कहा कि शक चाहे कितना भी पुख्ता क्यों न हो, वो किसी सबूत की जगह नहीं ले सकता है। एक आरोपी तब तक निर्दोष माना जाता है, जब तक उसे वाजिब शक से परे दोषी साबित नहीं कर दिया जाता।