अमेरिका की यूनिवर्सिटी का दावा, बिना जानें सोशल मीडिया में फर्जी खबरों को साझा करते हैं यूजर
jyoti ojha
News EditorImage Credit: shortpedia
अमेरिका की सदर्न कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन में दावा करते हुए कहा है कि सोशल मीडिया में बार- बार फेक न्यूज यानी फर्जी खबरों को पढ़ने दिखने के बाद लोगों को इन्हें शेयर करना बड़ा अपराध नहीं लगता और कई बार लोग यह जानते हुए भी कि खबर फेक है उसे साझा कर देते हैं। खबर के मुताबिक इस अध्ययन में 25 हजार प्रतिभागियों को शामिल किया गया था।