समाज में बढ़ती असहिष्णुता से संस्थाओं को हो रहा नुकसान
Kapil Chauhan
News EditorImage Credit: Shortpedia
न्यायपालिका को आरोपित या वर्गीकृत करने की प्रवृत्ति समाज में बढ़ी। जोकि समाज में बढ़ती असहिष्णुता को दिखाती है। संस्थान इस बढ़ती असहिष्णुता का निशाना बन रहे हैं। कुछ अवकाश प्राप्त न्यायाधीश दुष्परिणामों को लेकर चिंतित भी हैं। ये बात SC जस्टिस संजय किशन कौल ने कही। वो मद्रास बार एसोसिएशन द्वारा कोविड-19 के दौर में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता विषय पर आयोजित ऑनलाइन व्याख्यान में विचार व्यक्त कर रहे थे।