आयुष्मान ने सुझाया बर्लिन पुरस्कारों का आइडिया, बोले- लिंग-भेद हो दूर, सिनेमा से ही हो शुरुआत
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आयुष्मान खुराना ने हालिया कहा कि, लिंग-भेद समाज से दूर हो और इसकी शुरुआत सबसे पहले सिनेमा से ही हो। इस दौरान उन्होंने बर्लिन फिल्म पुरस्कारों का उदाहरण दिया। पुरस्कारों में लिंग निर्धारण समाप्त करने की एक बड़ी पहल इस साल बर्लिन फिल्म फेस्टिवल से हुई है। वहां अब सर्वश्रेष्ठ अभिनेता या सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री की बजाय पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ अभिनय को मिलेगा और इसे जीतने वाला स्त्री या पुरुष में से कोई भी हो सकता है।