नई स्टडी में पता चला कि भारत में लगाया जा सकता है हैजा का पूर्वानुमान
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ब्रिटेन स्थित यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी जलवायु कार्यालय और प्लाइमाउथ समुद्री प्रयोगशाला के अनुसंधानकर्ताओं ने एक स्टडी में बताया कि पृथ्वी का चक्कर लगा रहे उपग्रहों से प्राप्त जलवायु के आंकड़ों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तकनीक के प्रयोग से भारत के तटीय क्षेत्रों में समुद्र की सतह पर मौजूद नमक की मात्रा से हैजा महामारी फैलने का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है। हालांकि पूर्वानुमान लगाने के लिए मशीन लर्निंग एल्गोरिदम की सहायता लेनी पड़ेगी।