जलवायु परिवर्तन से बढ़ेगी भारत में सूखा पड़ने की तीव्रता, अध्ययन में हुआ खुलासा
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आईआईटी गांधीनगर में अनुसंधानकर्ताओं के एक अध्ययन से पता चला कि मिट्टी की नमी में तेजी से कमी आने से अचानक सूखा पड़ने की तीव्रता बढ़ेगी, जिसका फसल उत्पादन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, सिंचाई की मांग बढ़ेगी और भूजल का दोहन बढ़ेगा। परंपरागत सूखे की तुलना में अचानक सूखा पड़ने से एक बड़ा क्षेत्र प्रभावित हो सकता है। अनुसंधानकर्ताओं ने भारत मौसम विभाग द्वारा एकत्र किए गये मिट्टी के नमूनों और जलवायु अनुमान का उपयोग अपने इस अध्ययन में किया।