27,000 से अधिक बच्चे बहरेपन का शिकार ,पर इस तरीके से हो सकता है बचाव
भारत में हर साल 27,000 से ज़्यादा बच्चे बहरेपन से ग्रस्त रहते है. गंगाराम अस्पताल के डॉ शलभ शर्मा के मुताबिक पहले पहचान हो जाने पर इससे बचाव संभव है बशर्ते माता-पिता को इसके प्रति जागरूक होना पड़ेगा। यूनिवर्सल न्यूबोर्न हियरिंग स्क्रीनिंग नामक थेरेपी के माध्यम से नवजात शिशुओं के सुनने की शक्ति को पहचाना जा सकता है जल्द ही इस स्क्रीनिंग को भारत मे भी लाया जा सकता है। बता दें कि भारत में करीब 50 लाख और विश्व में 36 करोड़ लोग बहरेपन का शिकार हैं |