काजी का दावा- निकाह के वक्त वानखेड़े थे मुसलमान, निकाहनामे में उर्दू में किए थे हस्ताक्षर
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मुजम्मिल अहमद नामक काजी का दावा है कि 2006 में उन्होंने ही समीर दाऊद वानखेड़े का निकाह पढ़वाया था। काजी ने बताया कि निकाह के वक्त वानखेड़े मुसलमान थे इसलिए उन्होंने निकाह करवाया था। उन्होंने स्वीकार किया कि निकाहनामे में उर्दू भाषा में किए गए हस्ताक्षर समीर के ही हैं। उनके परिवार को सब लोग मुस्लिम समझते थे। अगर वो मुस्लिम नहीं होते तो हमारे उनका निकाह ही नहीं होता।