किसानों का सरकार से सवाल, पूछा- और कितने बलिदान चाहिए?
Image Credit: Shortpedia
संयुक्त किसान मोर्चा का आरोप है कि बृहस्पतिवार को संसद में जब किसानों को श्रद्धांजलि दी गई, तब बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के सासंदों ने असंवेदनशीलता दिखाई थी। मोर्चा ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि अब तक 228 किसानों की मौत हो चुकी है। सरकार को और कितने किसानों का बलिदान चाहिए? किसान संगठनों ने कहा कि रोटी को तिजोरी की वस्तु नहीं बनने देंगे और न ही भूख का कारोबार होने देंगे