अमेरिका की यूनिवर्सिटी का दावा, बिना जानें सोशल मीडिया में फर्जी खबरों को साझा करते हैं यूजर
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अमेरिका की सदर्न कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन में दावा करते हुए कहा है कि सोशल मीडिया में बार- बार फेक न्यूज यानी फर्जी खबरों को पढ़ने दिखने के बाद लोगों को इन्हें शेयर करना बड़ा अपराध नहीं लगता और कई बार लोग यह जानते हुए भी कि खबर फेक है उसे साझा कर देते हैं। खबर के मुताबिक इस अध्ययन में 25 हजार प्रतिभागियों को शामिल किया गया था।