भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में रोमिला थापर की याचिका का विरोध, 19 सितंबर को अगली सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में पांचों वामपंथी विचारकों की गिरफ्तारी को लेकर सोमवार को सुनवाई हुई। केंद्र सरकार ने कुछ और सबूत पेश करने की मोहलत मांगी जिसके बाद अगली सुनवाई 19 सितंबर को होगी। सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र सरकार के वकील तुषार मेहता ने रोमिला थापर की याचिका का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि जिसने यह याचिका दायर की है उसका इस केस से कोई लेना-देना नहीं है। साथ ही आरोपियों से कई ऐसे दस्तावेज मिले हैं वो गलत हैं।