US में रोजाना 1.1 करोड़ से 5.5 करोड़ होती हैं मीटिंग्स, जिससे बढ़ता है 'मीटिंग रिकवरी सिंड्रोम'
Deeksha Mishra
News EditorImage Credit: shortpedia
हफ्ते में कम से कम 2 से 3 बार मीटिंग होनी लाज़मी है, लेकिन लंबी चलने वाली मीटिंग के बाद आपका दिन में काम पूरा नहीं हुआ है तो यह मीटिंग रिकवरी सिंड्रोम की वजह से होता है. हाल ही में उटाह विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने बताया कि जब मीटिंग लंबी खिंचती है और कर्मचारी को फालतू की बैठकों में शामिल होना पड़ता है तो उनका दिमाग थक जाता है और सहनशक्ति घटने लगती है.