क्या आप जानते है बलिदान बैज को पाने के लिए पैराकमांडोज को पूरी करनी पड़ती है कांच खाने की परंपरा ?
jyoti ojha
News EditorImage Credit: Defence Lover
पैरा कमांडोज़ को ग्लास ईटर्स भी कहा जाता है क्योंकि इसे पाने की ट्रेनिंग के दौरान उन्हें कांच भी खाना पड़ता है| एक परंपरा के अनुसार गुलाबी टोपी मिलने के बाद पैरा कमांडोज़ को राम से भरा ग्लास दिया जाता है जिसे पीने के बाद उन्हें कांच के ग्लास को दांतो से काटकर उसका एक टुकड़ा चबाकर निगलना होता है और इसके बाद उनके सीने पर बलिदान बैज लगाया जाता है |