अमेरिकी शोधकर्ताओं ने कोरोना के सुपर स्प्रेडर की पहचान की, बताया कैसे फैलते हैं तेजी से वायरस
Deeksha Mishra
News EditorImage Credit: shortpedia
हालिया अमेरिका की सेंट्रल फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने कोरोना के सुपर स्प्रेडर की पहचान के लिए एक शोध किया है। शोधकर्ताओं का दावा है कि जिनकी नाक साफ नहीं होती है और जिनके दांत पूरे होते हैं, उनके मुंह से ज्यादा ड्रॉप्लेट्स निकलते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा जिनकी लार पतली होती है उनके ड्रॉप्लेट्स छोटे होते हैं और लंबे वक्त तक हवा में रहते हैं।