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कोरोना ने साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता को बना दिया मजदूर

Deeksha Mishra

News Editor
Image Credit: Pixabay

कोरोना ने कई लोगों की नौकरियां छीनी लेकिन इसने 2018 में साहित्य अकादमी युवा लेखक पुरस्कार से सम्मानित लेक्चरर को खेतिहर मजदूर बनने तक पर मजबूर कर दिया। जी हां, महाराष्ट्र के सांगली जिले के रहने वाले नवनाथ गोरे मार्च तक अहमदनगर जिले के एक कॉलेज में लेक्चरर के पद पर कार्यरत थे, लेकिन नौकरी जाने के बाद उन्होंने अपने परिवार को पालने के लिए गृह जिले में खेतिहर मजदूर का काम शुरू कर दिया।